नई दिल्ली। दिल्ली मेट्रो से लेकर हर शहर में मेट्रो की स्थापना में अहम भूमिका निभाने वाले ई श्रीधरन ‘मेट्रो मैन’ के नाम से मशहूर हैं। ई श्रीधरन ने अब भारतीय जनता पार्टी जॉइन की है और अचानक पॉलिटिक्स में आकर सबको चौंका दिया। श्रीधरन केरल में सीएम पद के दावेदार बन गए हैं। उन्होंने लव जिहाद के मामले में कहा है कि वह भी लव जिहाद के खिलाफ हैं, क्योंकि हिंदू लड़कियों को बरगलाया जा रहा है।
श्रीधरन में कहा है कि वह जानते हैं कि केरल में लव जिहाद हो रहा है। दक्षिणी राज्य में चुनाव से पहले उनके इस बयान के बाद हलचल मच गई है। इस बयान को चुनावी रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है।
‘केरल में हो रहा लव जिहाद’
एक समाचार चैनल से बातचीत के दौरान जवाब देते हुए श्रीधरन ने कहा, ‘… लव जिहाद, हां, मैं देख रहा हूं कि केरल में क्या हो रहा है। शादी के लिए हिंदुओं को कैसे बरगलाया जा रहा है और वे किसी तरह लव जिहाद से पीड़ित हैं… न केवल हिंदू बल्कि मुस्लिम, ईसाई लड़कियों को भी शादी के लिए धोखा दिया जा रहा है।’
‘लव जिहाद का करूंगा विरोध’
ई श्रीधरन ने कहा कि ‘मैं निश्चित रूप से लव जिहाद का विरोध करूंगा। उनका कॉमेंट ऐसे समय में आया है जब लव जिहाद को लेकर विभिन्न बीजेपी शासित राज्यों में चर्चा हो रही है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यो में इसके खिलाफ कानून बनाया गया है।
अगले सप्ताह भाजपा में शामिल होकर राजनीति में कदम रखने जा रहे ई श्रीधरन ने शुक्रवार को कहा कि उनका मुख्य लक्ष्य केरल में पार्टी को सत्ता में लाना है और वह मुख्यमंत्री पद संभालने के लिए तैयार रहेंगे।
उन्होंने कहा कि यदि भाजपा को इस साल अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत मिलती है तो उनका ध्यान बड़े स्तर पर आधारभूत संरचना का विकास करना और राज्य को कर्ज के जाल से निकालना होगा।
श्रीधरन ने कहा कि अगर पार्टी चाहेगी तो वह विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और पार्टी कहेगी तो मुख्यमंत्री का पद भी संभाल सकते हैं। उन्होंने साफ कर दिया कि राज्यपाल पद संभालने में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह संवैधानिक पद है और कोई शक्ति नहीं है और वह ऐसे पद पर रहकर राज्य के लिए कोई सकारात्मक योगदान नहीं दे पाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘मेरा मुख्य मकसद भाजपा को केरल में सत्ता में लाना है। अगर भाजपा केरल में चुनाव जीतती है तो तीन-चार ऐसे क्षेत्र होंगे जिसपर हम ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। इसमें बड़े स्तर पर आधारभूत संरचना का विकास और राज्य में उद्योगों को लाना शामिल है।’
केरल के पोन्नाली में रह रहे श्रीधरन ने फोन पर कहा कि ‘कर्ज के जाल में फंसे’ राज्य की वित्तीय दशा सुधारने के लिए वित्त आयोग का भी गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘आज राज्य कर्ज के जाल में फंसा है। बहुत सारा उधार है। प्रत्येक मलयाली पर आज 1.2 लाख रुपये का कर्ज है। इसका मतलब है कि हम दिवालिया होने की तरफ बढ़ रहे हैं और सरकार अब भी उधार ले रही है। राज्य की वित्तीय हालत सुधारने की जरूरत है और हम इसका समाधान निकालेंगे।’