नई दिल्ली। राजस्थान के अलवर जिले के बड़ौदा मेव थाना क्षेत्र के भयाडी गांव में एक सनसनीखेज मामले का खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि यहां के रहने वाले एक दलित परिवार का जबरन धर्म परिवर्तन करवाया गया। बताया जा रहा है कि धर्म परिवर्तन के बाद हुए अत्याचारों के बाद वह परिवार अपनी जान बचाकर भागा और अब वापस अपने हिन्दू धर्म में आने के लिए अदालत से गुहार लगाई है। इस मामले में 15 नामजद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पीडित युवक ने जनवरी 2018 में धर्म परिवर्तन किया था।
हरियाणा में थी रिश्तेदारी, था आनाजाना
बड़ौदा मेव थाना क्षेत्र के भयाडी गांव निवासी मेम चंद उर्फ मोहम्मद अन्नस पुत्र काडु जाटव ने बताया कि उनके गांव में हरियाणा के फिरोजपुर झिरका के इब्राहिम बास गांव में मेव समाज के लोगों की रिश्तेदारी थी। लिहाजा रिश्तेदारी होने के कारण वे आते जाते रहते है। इस दौरान सत्तार , तैयब, शहजाद, महबूब खान, हसन , रसीद शहीद, वहीद और शब्बीर सहित 15 लोगों ने उसका जबरन धर्म परिवर्तन कराया। उसके बाद उसे हरियाणा ले गए ,जहां उनके खतना भी कराया गया। बताया जा रहा है कि पीड़ित को एक प्लाट भी दान में दिया गया है, जिस पर मकान बना लिया।
जम्मू- कश्मीर में जमात में ले गए
मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित का कहना है कि आरोपियों ने बहला-फुसलाकर उसे धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया। उसके बाद वे उसे जम्मू-कश्मीर में जमात में लेकर गए और बच्चों को मारने की धमकी दी । कहा कि अगर धर्म परिवर्तन नहीं करोगे तो हमारी जान को खतरा हो सकता है । उन्होंने हमारा खतना भी कराया । पीड़ित का कहना है कि लगातार इसी तरह उनके अत्याचार बढ़ते गए। साथ ही धमकियां भी मिलती रही।
पत्नी पर रखने लगे गंदी नजर, जबरन संबंध बनाने का दवाब बनाया
परिवादी ने आरोप लगाया कि वह धर्म परिवर्तन करने के बाद उसकी बीवी पर गंदी नजर रखने लगे। उससे जबरन सम्बंध बनाने का दबाव बनाया गया । इसके बाद वे जम्मू कश्मीर से भाग निकले।
पीड़ित ने बताया कि अब उसने मुस्लिम धर्म से कुछ छोड़कर वापिस हिंदू धर्म ज्वाइन कर लिया है। साथ ही कोर्ट में अर्जी लगाकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में एडवोकेट बनवारी लाल ने बताया कि इस संबंध में परिवाद आया था और अदालत ने कार्यवाही के आदेश दिए है। कोर्ट ने कहा है कि जिन लोगों ने उन पर अत्याचार किया है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।