नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के नोएडा में नकली दस्तावेज के आधार पर क्रेडिट कार्ड बनाकर बैंकों से करोड़ों की ठगी करने वाले एक गिरोह का नोएडा एसटीएफ ने खुलासा किया है। एसटीएफ की नोएडा इकाई ने कोतवाली सेक्टर 20 क्षेत्र से सरगना समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो दर्जनों बैंक और फाइनेंस कंपनियों से करोड़ों की ठगी कर चुके हैं। एसटीएफ की टीम ने आरोपियों के बैंक खाते में जमा करीब 18 लाख 50 हजार रुपए को भी फ्रीज कर दिया है तथा इसमें शामिल अन्य आरोपियों के बारे में पता कर रही है।
एसटीएफ के पुलिस अधीक्षक कुलदीपक नारायण ने बताया कि बैंकों से अच्छे रिकॉर्ड धारकों की जानकारी चुरा कर क्रेडिट कार्ड बनाकर ठगी करने की रिपोर्ट कोतवाली सेक्टर 20 में दर्ज है। इस मामले की जब जांच की गई तो पता चला कि यह एक संगठित गिरोह है, जो दर्जनों बैंक और फाइनेंस कंपनियों से फर्जी दस्तावेजों का प्रयोग कर क्रेडिट कार्ड बनाते हैं, और क्रेडिट लिमिट तक उसका इस्तेमाल कर फरार हो जाते हैं।
इस मामले में एसटीएफ की टीम ने शुक्रवार को फिल्म सिटी के पास से रोहिणी दिल्ली निवासी जितेंद्र गुलाटी उर्फ जतिन, कपूर सिंह दहिया, त्रिलोक नाथ शर्मा और जहांगीर पुरी निवासी कुलदीप उर्फ करण को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि गिरोह का सरगना जतिन है जो इससे पहले दिल्ली से दो बार जेल जा चुका है। उन्होंने बताया कि पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि ये लोग केवाईसी डॉक्यूमेंट का इस्तेमाल कर फर्जी आईडी प्रूफ जारी करा लेते थे और अमेजॉन शॉपिंग एप्लीकेशन के द्वारा क्रेडिट कार्ड ऑनलाइन अप्लाई करते थे।
अधिकारी ने बताा कि इसके बाद आरोपी अपने सहयोगी से अच्छे ग्राहकों के केवाईसी अभिलेख खरीदते थे और उस पर दूसरे लोगों की फोटो लगा देते थे, इसके बाद फर्जी बिजनेस दिखाकर विभिन्न बैंकों से क्रेडिट कार्ड इश्यू करा लेते थे। सीमा तक इस्तेमाल करने के बाद ये लोग फरार हो जाते थे। उन्होंने बताया कि इस तरह इन आरोपियों ने दर्जनों बैंकों को करोड़ों का चूना लगाया है। अधिकारी ने बताया कि एसटीएफ को जांच में पता चला है कि इस गिरोह का सरगना जतिन और कपूर सिंह अपने एक सहयोगी मुकेश जुनेजा से केवाईसी डॉक्युमेंट्स खरीदते थे। इसके लिए प्रति केवाईसी 1,000 रुपये मुकेश को दिया जाता था। इसी केवाईसी से फर्जीवाड़ा कर ये लोग दूसरों की तस्वीर लगा देते थे।
उन्होंने बताया कि जांच में पता चला है कि आरोपी क्रेडिट कार्ड लिमिट को बढ़वाने के चक्कर में और भी फर्जीवाड़ा करते थे। एसटीएफ को मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में आरोपियों ने अपने आप को नोएडा एचसीएल कंपनी में कार्यरत दिखाकर 20 से अधिक क्रेडिट कार्ड बनवा लिए। इन क्रेडिट कार्ड धारकों को फर्जी बिजनेसमैन बताया गया। अधिकारी ने बताया कि इसके बाद गौरव शर्मा नामक एक व्यक्ति से 3 फीसदी कमीशन देकर इन क्रेडिट कार्ड से 80 लाख रुपए प्राप्त किए गए थे।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने बैंक में जमा आरोपियों के 18 लाख 50 हजार रुपए बैंक खाते में फ्रीज किया है । इनके पास से पुलिस ने 6 लाख 23 हजार कैश, 7 सोने के बिस्किट, सोने के टॉप्स, 8 पैन कार्ड, एक वोटर कार्ड, 8 आधार कार्ड, 60 क्रेडिट कार्ड, 9 डेबिट कार्ड, लग्जरी कारें, 16 पीओएस मशीन आदि बरामद किया है।