नई दिल्ली। दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ करीब 100 दिनों से अधिक लोग सड़क रोक कर बैठे थे। जिसकी वजह से कालिंदी कुंज 13ए और सरिता विहार का रोड एक लंबे समय के लिए बंद थी। यह सड़क दिल्ली को नोएडा और फरीदाबाद से जोड़ने वाले एक अहम रास्ता है बंद होने के कारण रोजाना गुजरने वाले करीब लाख लोगों को परेशानी हो रही थी। लोगों अपने काम-धंधे और ऑफिस समय पर नहीं पहुंच पा रहे थे।
मदनपुर खादर के रहने वाले नीतिश कुमार ने बताया कि रास्ते बंद होने के कारण ऑफिस जाने वाले लोगों को लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी और लोगों को घंटों जाम की समस्या झेलनी पड़ती थी इसके साथ ही आश्रम चौक व मदनपुर खादर पुलिया पर रोजाना भयंकर जाम लगने लगा था, जिसके कारण लोगों काफी परेशान हो गए थे।
प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ मदरपुर खादर, जेजे कॉलोनी और जसोला के लोग सड़कों पर निकला कर आने लगे थे। इसके अलावा नोएडा लिंक रोड, अक्षरधाम, विकास मार्ग, एनएच 24, बदरपुर, जैतपुर आदि आसपास की सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ा गया था।
सड़क बंद होने के कारण 13ए पर स्थित लगभग 150 से ज्यादा शो रूम बंद पड़े थे, जिसके कारण दुकानदारों का धंधा पूरी से चौपट हो गया। पहले तीन महीने से अधिक सीएए प्रदर्शन के कारण बंद रहा उसके बाद कोरोना के कारण पूरी तरह से ठप रहा। दुकानदारों का कहना है कि रोड पर स्थित दुकानें प्रदर्शन के दौरान बंद होने के कारण धंधा चौपट हो गया। दुकानदारों पर दोहरी मार पड़ी है पहले प्रदर्शन उसके बाद रही सही कसर कोरोना ने पूरी कर दी।
सड़क बंद होने के कारण छूटी नौकरी
मदनपुर खादर के जेजे कॉलोनी में रहने वाले रवि ने बताया कि वह नोएडा आरोह फाउंडेशन में एक रिटेल ट्रेनर का काम करता था। जब यह सड़क बंद हुई तो रवि समय पर दफ्तर नहीं पहुंच पा रहा था,जिसके कारण उसे अपनी नौकरी गंवानी पड़ी।
घंटों सड़कों पर जाम लगा रहता था। लंबी दूरी तय कर ऑफिस जाना पड़ता था, जिसके कारण मैं हमेशा लेट हो जाता था और ऑफिस वालों ने जॉब से ही निकाल दिया। रवि ने कहा कि यह सिर्फ मेरे साथ ही नहीं हुआ मेरे कई ऐसे दोस्त हैं जिनकी नौकरी उस दौरान छूट गई थी।