नई दिल्ली। ‘सिटिजन्स फॉर डेमोक्रेसी’ ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येद्दियुरप्पा को सौंपी गई अपनी तथ्यान्वेषी रिपोर्ट में कहा है कि बेंगलुरु में हालिया हिंसा पूर्व नियोजित और संगठित तौर पर अंजाम दी गई तथा निस्संदेह यह सांप्रदायिक रूप से प्रेरित थी।
‘सिटिजन्स फॉर डेमोक्रेसी’ ने कहा कि 11 अगस्त की रात दंगों के दौरान खासकर इलाके में कुछ प्रमुख ङ्क्षहदुओं को निशाना बनाया गया तथा समूची घटना राज्य के खिलाफ दंगा की तरह थी, जिसका मकसद राज्य के प्रति आम लोगों के भरोसे को घटाना था।
‘सिटिजन्स फॉर डेमोक्रेसी’ जिम्मेदार नागरिकों का एक मंच है जिसका दावा है कि वह देश के नागरिकों के लोकतांत्रिक मूल्यों और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है। 2011 में शुरुआत के बाद इसने राष्ट्रीय और सामाजिक महत्व के विषयों पर विभिन्न सेमिनार, अभियान चलाए हैं।
संगठन ने एक बयान में कहा कि हालिया हिंसा पर गौर करने के लिए समाज के अग्रणी प्रतिनिधियों की एक तथ्यान्वेषी समिति बनाई गई। इसका उद्देश्य बिना किसी भेदभाव या राजनीतिक हित के तटस्थ होकर घटना की पड़ताल करना था।
सेवानिवृत्त जिला न्यायाधीश श्रीकांत डी बाबालाडी की अध्यक्षता वाली तथ्यान्वेषी समिति में सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी मदन गोपाल, सेवानिवृत्त आईएफएस अधिकारी आर राजू समेत सेवानिवृत्त नौकरशाह, पत्रकार, वकील, प्रोफेसर और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल थे। मदन गोपाल के नेतृत्व में कमेटी के सदस्यों ने शुक्रवार को येद्दियुरप्पा को रिपोर्ट सौंपी।