नई दिल्ली। निकिता हत्याकांड को लेकर एसआईटी गठित होते ही मामले की जांच शुरू हो गई है। एसआईटी के सदस्यों ने बुधवार को निकिता के परिजनों से मुलाकात करके केस से जुड़ी जानकारी मांगी। सूत्रों के अनुसार, एसआईटी मामले की लव जेहाद एंगल से भी जांच कर रही है। वहीं पुलिस जेहादी संगठन के साथ भी आरोपी तौसिफ का कनेक्शन तलाश कर रही है।
जेहादी संगठन की ओर से पहले भी धर्म परिवर्तन के सामने आए हैं। पुलिस तौसिफ के सोशल मीडिया अकाउंट और मोबाइल को जब्त करके कॉल की भी जांच कर रही है। तौसिफ के 3 से 4 सोशल मीडिया अकाउंट हैं। इन अकाउंट में उनकी फ्रेंड लिस्ट में किस प्रोफाइल के लोग जुड़े हुए हैं, इसको भी देखा जा रहा है। इसके अलावा पिछले एक माह में तौसिफ ने किन लोगों से कितनी देर बात की है, इसको भी ट्रेस किया जा रहा है। वहीं सूत्रों के अनुसार, लड़की की आरोपी तौसिफ से एक दिन पहले बात हुई थी।
हालांकि इस बारे में पुलिस भी अधिक जानकारी देने से बच रही है। आरोपी तौसिफ को गोलीकांड के बाद मेवात ले जाने वाला उसका दोस्त रेहान केवल दोस्ती के चक्कर में आकर पूरे मामले में शामिल हो गया। तौसिफ और रेहान की योजना थी कि निकिता को किडनैप कर लिया जाएगा। लेकिन निकिता और उसकी सहेली के जोरदार विरोध के बाद मामला उल्टा हो गया। जिसके बाद तौसिफ ने निकिता को गोली मार दी।
चश्मदीद के सहारे केस बनाएगी एसआईटी
निकिता हत्याकांड में अब एसआईटी अपने केस को उसकी बहादुर सहेली के सहारे केस को ठोस बनाएगी। ताकि आरोपी को कोर्ट में कड़ी सजा मिल सके। इसके अलावा पुलिस हादसे के दौरान वहां से गुजर रहे दो स्कूटी सवार युवकों की भी तलाश कर रही है। जिन्होंने पूरा हादसा अपनी आंखों से देखा था। इन युवाओं ने घटना के दौरान हेलमेट भी फेंककर मारा था। इन सभी गवाहों के बयानों के आधार पर केस को तैयार किया जाएगा।
पूरे शहर में निकिता की बहादुर सहेली की प्रशंसा हो रही है। जिसने अपनी दोस्त को बचाने के लिए आखिर तक जोर लगाया। वहीं छात्रा को अफसोस है कि वह अपनी सहेली की जान को नहीं बचा पाई। राज्य सरकार ने निकिता हत्याकांड मामले की जांच के लिए एसआईटी तो गठित कर दी है लेकिन अभी तक सरकार ने पीड़ित परिवार को आर्थिक पैकेज की घोषणा नहीं की है। जबकि मृतका निकिता के घर परिजनों को ढांढस बंधाने पहुंचे केन्द्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर को निकिता के पिता और परिजनों ने आर्थिक मदद और निकिता के भाई नवीन के लिए सरकार नौकरी की मांग की है। इसके अलावा आरोपियों पर फास्ट ट्रैक अदालत में मुकदमा चले और उन्हें फांसी की सजा हो यह मांग भी प्रमुख रूप से उठाई गई है।
नाम बदलकर तौसिफ ने शुरू किया था दोस्ती का प्रयास
बल्लभगढ़ अग्रवाल कॉलेज के सामने निकिता की गोली मारकर हत्या करने वाले मामले में एक नई बात सामने आई है। निकिता के परिजनों के अनुसार, आरोपी तौसिफ राहुल राजपूत के नाम से सेक्टर-55 में रह रहा था। वहीं इसी नाम के जरिए उसने निकिता से बातचीत करने का प्रयास भी किया। सूत्रों के अनुसार, नकली नाम से तौसिफ ने कई सोशल साइट पर भी अपना अकाउंट बनाया हुआ है। हालांकि बाद में निकिता को तौसिफ की असलियत मालूम हो गई। जिसके बाद निकिता ने तौसिफ से बिल्कुल ही बातचीत बंद कर दी। परिजनों के अनुसार, तौसिफ निकिता के स्कूल में ही पढ़ता था। वह उससे एक साल सीनियर था।
युवाओं ने कहा, बेटियों को हिंदू होने की मिल रही सजा
निकिता हत्याकांड में आरोपी तौसिफ को फांसी देने और उसके एनकाउंटर की मांग को लेकर युवाओं में गुस्सा चरम पर है। एनएसयूआई व एबीवीपी के छात्रों ने बुधवार को अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए फरीदाबाद की पुलिस व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े किए। छात्राओं में गुस्सा इतने चरम पर था कि उन्होंने कहा कि इस तरह के लव जिहाद के मामले सामने आ रहे हैं और इस मामले में सरकार कोई कड़ा कदम नहीं उठा रही है जिससे तौसिफ जैसे आरोपियों के हौंसले बुलंद हो रहे हैं और निकिता जैसी बेटियों को हिंदू होने की सजा मिल रही है।
छात्र-छात्राओं ने भी यह मुद्दा जोर शोर से उठाया हुआ है। उनका कहना है कि आज उन्होंने अग्रवाल कॉलेज के प्रिंसीपल से बात की तो उन्होंने कहा कि वे दो दिन के अंदर कॉलेज में सीसीटीवी लगवा देंगे परंतु कॉलेेज परिसर के बाहर की वे जिम्मेवारी नहीं लेते। एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने अग्रवाल कॉलेज, बल्लभगढ़ के सामने हुए निकिता हत्याकांड के विरोध में जिला उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया तथा एसडीएम जितेंद्र कुमार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंदके नाम तीन सूत्रीय मांगपत्र सौंपा।